ये दिवाली की रांगोली 

 

दिवाली आई है 

उमंग हद्य में भरकर कुछ कहने आई है

कहती कुछ दिवाली की रांगोली कुछ  

संदेशा लेकर आई है।

 

मन में आशा भरकर धर्म के साथ भाईचारा फैला दो 

ज्ञान का दीपक मन में प्रकाश फैलाए

घर - घर एक संदेशा फेैला दो।

 

 

 

रंगो से भरी रांगोली पटाखों पर कहती है कुछ

पटाखे करते प्रदूषण अपनी मातृभूमि की सूनो पुकार 

हर घर घर खुशियों हो जाए,

ये दिवाली की रांगोली कुछ कहने आई है।

 

 

 

 

मेरे द्वारा रचना स्वरचित है 

नाम अक्षय आजाद भण्डारी राजगढ़ जिला धार मध्यप्रदेश 

मो.9893711820