सन्देशा लेकर होली आई 

 

फाग गीत गाकर होली आई 

रंगों से भरपूर उल्लास ओर

कहती ढेर सारी शुभकामानाओ 

का शंखनाद लेकर होली आई।

 

सारी दुनिया होगी रंगीली रंगों से 

वो हमसे कुछ कहने आई 

रंगों की बौछार से प्रेम भाव के 

रंग का संचार करते हुए होली आई।

 

हमसे कहने आई होली एक सन्देशा लाई 

जो पानी में रंगों को मिलाकर बौछारों से 

होली खेले उसे जागरुक करने आई।

 

रंगीली दुनिया में अपनो को 

साथ जोड़ने होली आई

बुरा न मानों कहती आई।

अबीर,गुलाल रंगों से खेलो होली 

खाये मिठाई और गुझिया 

पिये ठण्डाई और घूटेगंे भांग 

सब मिलकर मनाए होली

सन्देशा लेकर होली आई, होली आई।।

 

 

                 मेरे द्वारा यह रचना स्वरचित है।

                नाम अक्षय आजाद भण्डारी राजगढ़

                       जिला धार मध्यप्रदेश 

                        मों.9893711820